लेखनी प्रतियोगिता -04-Jul-2022

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जज़्बात  दिल के जज़्बात कह न पाए कुछ कर न पाए कुछ सुन न पाए हाय ये कैसी मजबूरी है कैसा यह प्रेम का अहसास पिया न कुछ तूने कहा न ...

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