लेखनी कविता तुम जानती हो 05-Jul-2022

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तुम जानती हो  तुम जानती हो  मैं तुम्हारा इंतज़ार करता हूं फिर क्यों इतना कराते हो। तुम जानती हो मैं तुम्हें याद करता हूं फिर क्यों इतना सताते हो। भले ही ...

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