काश काश होती ऐसी भी बरसात तुम होते हम होते साथ साथ हाथों में लेकर बारिश की बूंदें मचल उठते कुछ अनकहे से जज्बात। काश होती ऐसी भी बरसात मेरा कांधा ...

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