लेखनी कहानी -06-Jul-2022 नदिया किनारे

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सुनो,  अकेली ना जाओ  नदी के किनारे  बड़े तेज होते हैं  इसके धारे  कहीं पैर फिसल गया तो  फिर तुम क्या करोगे  ये नदी का पानी  तुमसे जलता है  तुम्हारी पनीली ...

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