लेखनी कविता स्वैच्छिक-07-Jul-2022

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प्रेम  सीमा न पूछ मेरे मोहब्बत की आपसे असीम प्रेम करता हूं |2| दूर रहकर भी आपसे नज़दीकियों  के सपने देखता हूं जब आपसे नाराज़ होता हूं तो आपके ही ख्यालों ...

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