कवि जन की पीड़ा गाता है

1 Part

261 times read

18 Liked

कवि जन की पीड़ा गाता है। कलम मेरी अब तू ही बता कवि जन की पीड़ा गाता है भाव बड़े निराले तेरे, सब कुछ तू पल में कह डालें। बातों बातों ...

×