प्रेम और प्यार

1 Part

246 times read

12 Liked

प्रेम और प्यार *********** मैं तो प्रेमी कवि हूं मित्रों, प्रेम साधना करता हूं प्रेम के वशीभूत ही होकर सबके दिलों में रहता हूं प्रेम नहीं मिलता जीवन में मैं आगे ...

×