लेखनी कहानी -11-Jul-2022

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याद तरसे है दिल वस्ल को, आके थामों हाथ। सावन की बुद बन सदा, चलना मेरे साथ।।। बाहुपाश में भर मुझे , चलना मेरे संग। अब की बारिश में करो , ...

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