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फनकार मारे फुफकार कुचल डालो उन सर्पों को बेड़िया बनते पांव में प्रीत छोड़ो उन लोगों से छिड़कते नमक घाव पे विषधर के दंत तोड़ो रास्ता रोके दीवार बनकर तूफां से ...