लेखनी प्रतियोगिता -14-Jul-2022 गजल : ख्वाहिश

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गजल : ख्वाहिश  तुमसे मिलने की तमन्ना दिल में छुपाए बैठे हैं  कितने नादान हैं जो ऐसे ख्वाब सजाए बैठे हैं  फलक पे बैठी हुई एक परियों की रानी हो तुम  ...

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