लेखनी प्रतियोगिता -14-Jul-2022 - ख्वाहिश

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तेरे लिए ये फूल दिलरुबा लाया,  एक शाम बिताने तेरे साथ आया,  मजार पर तेरी चढ़ा जाऊं,  आज फिर मैं तेरे पास आया। जीते जी कद्र तेरी कर न सका,  तुझको ...

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