क्रमशः

78 Part

88 times read

0 Liked

रेखा ने डोली से बाहर कदम रखा तो आँगन की ऊबड़-खाबड़ ज़मीन ने उसका स्वागत किया। वह गिरने को हुई कि उसकी ननद ने उसकी बाँह थाम ली। नाक तक लंबे ...

Chapter

×