लेखनी - अनजान सफर

1 Part

312 times read

12 Liked

अनजान सफर सफर तो अनजाना ही था, जब मिले थे हम दोनों, लेकिन साथ चलते चलते, कब एक दूजे के हमसफर बन गए, पता ही नही चला... खट्टे मीठे अनुभव लेकर, ...

×