लेखनी कविता-19-Jul-2022

1 Part

268 times read

14 Liked

विषय-:बरसात ओ काले काले बादल  कजरारे से दिखते हो। उमड़ घुमड़ के आकर  बरसात कर जाते हो।। अर्ध घूंघट सा सप्त रंगी इन्द्र धनुष बन आते हो। काला सफेद नहीं जीवन ...

×