लेखनी प्रतियोगिता -19-Jul-2022

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तुझमें बस जाऊँ रूह के अंदर हो जाऊं  तू नदी सी समा जा मैं समंदर हो  जाऊं  आ  सौंप  दे  मुझको तू खुद को इस कदर  जंग-ए-इश्क में जीतकर सिकन्दर हो ...

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