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मुक्तक (मात्रा भार १७) संसार मेरा लूट ले गया, प्यार में क्यों वो छूट दे गया। हाथों पर लगी थी मेहंदी, और मुझसे वो रूठ रे गया।। #दैनिक प्रतियोगिता हेतु शिखा ...