नादानियां

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तेरे पहलू में आकर रोना चाहता हूँ  तेरी जुल्फों के साए में सोना चाहता हूँ  इश्क की उन रातों में देखे थे जो हमने  बस वही ख्वाब फिर से संजोना चाहता ...

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