लेखनी - उड़ान

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Udaa ना राह सीधी है, ना मंजिल पास है, बस, आंखों में सपने, और हौंसले की उड़ान है... मंजिल का नहीं, सफर का मज़ा होता है, हर दिन कुछ नया देखने ...

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