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🌹 ☘🌹☘🌹☘🌹 ॐ 🌹☘🌹☘🌹☘🌹 ☘ चंद लम्हों में बैठकर सोचती रहूं अपने आप को ही खोजती रहूं रात बीत गई लो अब हो गई सहर अपनी नहीं रहती अब मुझे कोई ...