1 Part
366 times read
20 Liked
अनजान सफर है राह अनजान, सफर भी ये अनजाना है, कुछ खट्टा, कुछ मीठा, इस जिंदगी का ताना बाना है, चले थे अकेले, तुम मिले तो लगा था, एक से भले ...