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हम सब मुसाफिर ही तो हैं निरंतर सफर करते रहते हैं जन्म से लेकर मृत्यु तक जीवन भर हम मुसाफिर बनकर ही जीते हैं कभी ख्वाहिशों के पीछे भागते हैं कभी ...