लेखनी कहानी -28-Jul-2022 गीत : बरसात की रात

1 Part

293 times read

18 Liked

गीत  बरसती हुई कायनात हो , घनी अंधेरी रात हो  ऐसे में हम तुम दोनों साथ हों, तो कोई बात बने  बादल से छम छम शराब बरसे  अंग अंग से नशीला ...

×