1 Part
342 times read
23 Liked
ज़िंदगी दो अल्फाज़ो में ही सिमट कर रहे गयी है युगों युगों से चली आ रही इस विडंबना से आज तक कोई भी अछूता नही रहा है बच्चे बूढे क्या जवान ...