रुलाकर गए

1 Part

245 times read

7 Liked

कल तक जो हँसने की वजह थे, वो रुलाकर गए दूर हो गए हमसे, हम रोते रहे वो मुस्कुराकर  गए मुझे नहीं पता की है, जाने कौन सी खता मैंने मिन्नते ...

×