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Lekhny # प्रियजन - सद्गुरु को समर्पित # शीर्षक- गुरुता *********** *** तुम गुरुता ..... अनुग्रह की गंगोत्री से उतरी मौन अनुभूति हो और क्षुब्ध ह्रदयस्थल में समाती समानुभूति हो तुम ...