लेखनी प्रतियोगिता -31-Jul-2022,"मेरे दिल के छाले"

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मयकसी के बाद  जो टूट गये, उन खाली प्यलों को कौन देखे। सब खुशियों के  दीवाने हैं, तन्हाई में रोने वालों को कौन देखे।  बहुत उजाला है आज घर में मेरे, ...

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