1 Part
285 times read
15 Liked
मुद्दतों बाद किसी ने आज ठहरे हुए पानी में हलचल मचा दी, चंद लम्हों में नज़रों के सामने पुरानी दुनिया सज़ा दी। कैसे महसूस किया उसने सूखे आँसुओं की नमी को, ...