लेखनी प्रतियोगिता -02-Aug-2022

1 Part

359 times read

16 Liked

 गाँव की माटी छोटा सा है गाँव हमारा,  मिट्टी से कच्चा घर बना हमारा । शीतलता का ना कोई ठिकाना, अपनेपन से भरा गाँव हमारा ।। लहराते हरेभरे खेत,पशुओं की  घंटी ...

×