लेखनी प्रतियोगिता -04-Aug-2022

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तुम नहीं लगा सकते अंदाजा मेरी तबाही का, तुमने देखा ही कहां है मुझे शाम‌ होने के बाद। यह दुनिया तो सिर्फ जीतने वाले की होती है, कहां याद रहता है ...

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