1 Part
284 times read
10 Liked
अब ये न पूछना के मैं अल्फ़ाज़ कहाँ से लाती हूँ, कुछ चुराती हूँ दर्द दूसरों के तो कुछ अपनी सुनाती हूँ।। अब ये न पूछना की मै अल्फ़ाज़ कहा से ...