लेखनी - ये जहां..

1 Part

257 times read

14 Liked

ये जहां... मैं देखती हूं,जो ये सारा जहां, क्या पता कब चला जाए कहां? ठहरे नहीं ठहरता यह, रोके नहीं रुकता यह, निरंतर, गतिशील, प्रगतिशील ये जहां, क्या पता कब चला ...

×