1 Part
304 times read
7 Liked
कविता ःःकाल सत्य 🍂🍂🍂🍂🍂🍂 काल सत्य एक अनश्वर सत्य..!, ...जिसे विधाता ने लिखी है अपनी लेखनी से, न बुझा सकता,न मिटा सकता, न लांघ सकता,नही रोक सकता है ...कोई, है ये ...