आतंक पर कविता -08-Aug-2022

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आतंक अंत तक ले जाता है विनाश की ओर, बिना अपनों के  अंधेरे पथ पर है सून सान विरान  जहां अंधेरा घनघोर, आतंकी हलचल  से बढ़कर न विनाशक घातक दूसरा कोई ...

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