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मंच को नमन विधा गीत विषय तब होगी मन में हरियाली बरसे सावन खूब घनेरा, झड़ी लगी फुहारों वाली। प्रेम उमड़े घट के भीतर, तब होगी मन में हरियाली। मीठे-मीठे मोती ...