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कविता ःःओ मेरे अश्कों 🍂🍂🍂🍂🍂🍂 ऐ दिल तेरे टूटने का दर्द छुपा न पाऊं...., छन्न से जो टूट कर ,हकीकत रूबरू करा दे....., ...वो गम का फसाना कबूल न कर पाऊं.. ...