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खामोशी से सुनना बात मेरी, नहीं पूछना अब तुम जात मेरी। वतन परस्ती का छाया आलम, सुकून से यहां बीतेगी रात मेरी।। #दैनिक प्रतियोगिता हेतु शिखा अरोरा (दिल्ली) ...