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*क्या पहचान मेरी...* कल कोई पहचान नहीं होगी मेरी बूंद हूं में आज बारिश की आंसू बन जाऊं पलकों का तेरी जब भी तूने कोई ख्वाहिश की कल कोई पहचान नहीं ...