प्रेम से पहले

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पार्टी की भीड पर उसकी नजरें फिसल रही थीं। उन्हें खोजना मुश्किल मालूम हुआ। जहां आंखों को अटना था। वहीं चेहरा ओझल था। फुरफुरी की तरह निराशा व्यापने लगी। तो तो ...

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