उम्मीद -17-Aug-2022

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कविता -किसानों की उम्मीद  प्रीति में चूक नहीं इनके अब उम्मीद का दीप जले कब तक जीवन बरसे तरसे जीवन नभ में न मेघ घटे अब तक हे नाथ अनाथ करहु ...

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