1 Part
351 times read
20 Liked
उम्मीद के सहारे जीवन के इस समर में हमने कदम उतारे उम्मीद के सहारे। जब चाह यूं विकट हो मंजिल भी जब निकट हो तो कौन पथ में रुककर अच्छा बुरा ...