स्वतंत्राता दिवस

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आज़ादी के साल हुए कई, पर क्या हमने पाया है. सोचा था क्या होगा लेकिन, सामने पर क्या औया है. रामराज्य-सा देश हो अपना बापू का था सपना, चाचा बोले आगे ...

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