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शीर्षक - तेरी मेरी प्रेम कहानी की बातें रह जाएंगी मैं नदी हूँ मुड़कर कैसे आऊँगी जो बह गई एक बार तो सागर में मिल ही जाऊँगी तू कुआँ है हमेशा ...