राजदुलारी

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सबैया पावों में पैजन, हाथों में कंगन, माथे पे बैंदी की शोभा है न्यारी। काजर आंखों में कारो बसाए है, भौंहें बनी जैसे कोई कटारी।। कंचन देह कमान सरीखी है, कोमलता ...

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