सावन की बहार-20-Aug-2022

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कविता -सावन बरसे लगै फुहार तो सावन बहार है पुरुआ चलै बयार तो सावन बहार है बहकै लगै बदन जब सरकै लगै चुनर यौवन का हो निखार तो सावन बहार है ...

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