चाँदनी की चाँद! 🌙

1 Part

358 times read

18 Liked

न होती चाँदनी प्रेयसी चाँद की  चाँद बस पिंड भर रह जाता...  न लगता प्रित कवियों से इसका ! न प्रेमियों का संचार कर पाता !  न आती चाँदनी राधा बनके  ...

×