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मातृभूमि •••••÷●÷•••••• हे मातृभूमि ! चरण वंदन, कि तुम सम कोई न धातृ जन्म लिया माँ की उदर से, पूरे जीवन तुम पालती मातृभूमि तुमसे ही मैंने, स्वच्छ जल वायु पाया ...