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जगत नियंता मुरारी हे मुरारी! हे बनवारी! तुझ पर मैं कैसे लिखूं, जग के पालन कर्ता तुम हो तुझसे मै कैसे मिलूं। तू ही तो है जग नियंता, तू ही तो ...