1 Part
351 times read
15 Liked
जगत नियंता मुरारी हे मुरारी! हे बनवारी! तुझ पर मैं कैसे लिखूं, जग के पालन कर्ता तुम हो तुझसे मै कैसे मिलूं। तू ही तो है जग नियंता, तू ही तो ...