लेखनी प्रतियोगिता -21-Aug-2022 एक तरफ़ा नज़रया

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शीर्षक = एक तरफ़ा नज़रया   सुबह के १२ बज रहे थे, चारो और धूप खिली हुई थी, आसमान बिल्कुल सफा था एक भी बादल नज़र नही आ रहा था, सूरज की ...

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