1 Part
268 times read
2 Liked
जालिम तेरी तारीफें हमसे की नहीं जाती तेरी तो हर इक अदा लाजवाब है..., बिता लूं तारों के सिराहने, उम्र तेरी बाहों में खुले आसमानों के बीच, अब इक यही ख्वाब ...